मेवाड़ जिसमें अनगिनत वीर योद्धा और वीरांगनाओं का नाम इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से दर्ज हैं लेकिन मेवाड़ में तो हाथी रामप्रसाद , घोड़े चेतक और शुभ्रक अपनी स्वामिभक्ति के कारण इतिहास में अमर हो गए। शुभ्रक जिसने अपने स्वामी को बचाने कुतुबुद्दीन ऐबक को मार दिया।